लातूर ले जाया जा रहा है गोपीनाथ मुंडे का पार्थिव शरीर, आज होगा अंतिम संस्कार
सड़क दुर्घटना में दिवंगत हुए केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे का पार्थिव शरीर लातूर ले जाया जा रहा है. मुंडे का अंतिम संस्कार आज उनके पैतृक गांव पराली वैजनाथ में राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा. लातूर एयरपोर्ट पहुंचने के बाद मुंडे का पार्थिव शरीर हेलिकॉप्टर से परली गांव भेजा जाएगा. अंतिम संस्कार में लालकृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, नितिन गडकरी समेत कई अन्य बड़े नेता मौजूद रहेंगे. अपने चहेते नेता के अंतिम दर्शन के लिए परली गांव में भारी भीड़ जुटी है. बड़ी संख्या में लोग मुंबई से भी वहां पहुंच रहे हैं.
मुंडे की बेटी पंकजा देंगी मुखाग्नि
गोपीनाथ मुंडे की बेटी पंकजा मुंडे उन्हें मुखाग्नि देंगी. पंकजा बीजेपी की विधायक हैं. मुंडे के परिवार में उनकी विधवा और तीन बेटियां हैं. अंतिम संस्कार पंगरी गांव की वैजनाथ चीनी फैक्टरी के मैदान में होगा. यह फैक्टरी मुंडे परिवार की है. अंतिम संस्कार के समय में बदलाव किया गया है. अब यह दिन में 2 बजे किया जाएगा, जबकि पहले इसके लिए 4 बजे का समय तय किया गया था. गोपीनाथ मुंडे के निधन पर शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने 'सामना' में लिखा कि महाराष्ट्र का एक योद्धा चला गया. उन्होंने कहा है कि मुंडे बहुजन समाज और किसानों के नेता थे. दुख जताते हुए उद्धव ने कहा, 'ये क्या हो गया, विश्वास नहीं हो रहा है.
मुंडे का शरीर आज पंचतत्व में विलीन हो जाएगा. एक दिन पहले महाराष्ट्र के बीड में गोपीनाथ मुंडे के स्वागत की जोरदार तैयारियां थीं, लेकिन स्वागत समारोह सदमे में बदल चुका है. बीड शहर में सन्नाटा पसरा है. समर्थकों में भारी दुख है. रोते-सुबकते मुंडे समर्थकों को यकीन नहीं हो रहा है कि सबके चहेते नेता मुंडे हमेशा के लिए चले गए हैं. गोपीनाथ मुंडे जनता का शुक्रिया अदा करने वाले थे. एक दिन पहले बीड जाने के लिए ही वे दिल्ली से निकलने वाले थे, लेकिन उनके रास्ते में मौत आ गई. एक जानलेवा हादसे ने दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र तक की सियासत को झकझोरकर रख दिया है.
इससे पहले, बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं सहित हजारों की संख्या में शोकाकुल लोग मुंबई हवाई अड्डे पर मुंडे का पार्थिव शरीर लेने पहुंचे. सुरक्षा बलों ने मुंडे को सलामी दी. वाहनों के काफिले के साथ मुंडे का पार्थिव शरीर वर्ली स्थित उनके पारिवारिक आवास 'पूर्णा' लाया गया, ताकि उनके नाते-रिश्तेदार एवं निकट मित्र उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दे सकें. वरिष्ठ नेताओं में विनोद तावड़े, किरीट सौमैया, रामदास अठावले, राज पुरोहित, मुंडे की बेटी पंकजा मुंडे पाल्वे और अन्य लोग मुंडे के पार्थिव शरीर के साथ थे. मुंडे का पार्थिव शरीर सांताक्रुज से वर्ली जिस रास्ते से लाया गया, उस पर सैकड़ों की संख्या में मुंडे के समर्थक इंतजार करते रहे और 'गोपीनाथ मुंडे अमर रहें' के नारे लगाए.
गौरतलब है कि गोपीनाथ मुंडे की मंगलवार सुबह दिल्ली में सड़क हादसे में मौत हो गई. एयरपोर्ट जा रहे मुंडे की कार ने रेड लाइट सिग्नल तोड़ा और हादसे का शिकार हो गई. गंभीर रूप से जख्मी मुंडे को एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां करीब साढ़े सात बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों ने बताया कि मुंडे को अंदरूनी चोट लगने से उनका लीवर फट गया था.
64 साल के मुंडे इस बार लोकसभा चुनाव में बीड सीट से चुने गए थे. उन्हें 26 मई को सरकार के शपथ ग्रहण में बतौर कैबिनेट मंत्री शपथ दिलाई गई थी. बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री बनने के बाद मुंडे अपने लोकसभा क्षेत्र में सम्मान समारोह में हिस्सा लेने जा रहे थे. मुंडे महाराष्ट्र बीजेपी के कद्दावर नेता माने जाते हैं. मुंडे महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना की सरकार में डिप्टी सीएम थे.