यूपी के बाद अब मध्य प्रदेश में पत्रकार को जिंदा जलाया
बालाघाट:- उत्तर प्रदेश के बाद मध्य प्रदेश में भी एक पत्रकार को अपनी जान गंवानी पड़ी है। बताया जा रहा है कि रेत माफिया से जुड़े लोगों ने अदालत से मामला वापस नहीं लेने पर जबलपुर के एक हिंदी अखबार के संवाददाता संदीप कोठारी (40) को जिंदा जला दिया। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
अपर पुलिस अधीक्षक नीरज सोनी ने बताया कि संदीप का दो दिन पहले 19 जून को बालाघाट से अपहरण कर लिया गया था। उस समय वे अपने दोस्त के साथ उमरी गांव जा रहे थे। शनिवार रात उनकी जली हुई लाश महाराष्ट्र के वर्धा जिले में सिंडी शहर में रेलवे पटरियों के पास मिली है। संदीप के भाई ने लाश की शिनाख्त की है।
सोनी ने बताया कि संदीप बलात्कार के एक केस में पिछले दो माह से जमानत पर रिहा थे। पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है, उनकी पहचान राकेश नसवानी, विशाल डांडी और ब्रिजेश दुहरवाल के रूप में हुई है। तीनों कतंगी के रहने वाले हैं। आरोप है कि तीनों अवैध खनन में लिप्त हैं और चिट फंड कंपनी भी चलाते हैं।
पुलिस के अनुसार संदीप ने अवैध खनन मामले में कुछ लोगों के खिलाफ एक स्थानीय अदालत में केस दायर किया था। तीनों आरोपी यह केस वापस लेने का दबाव बना रहे थे। पुलिस का मानना है कि संदीप के इनकार करने पर आरोपियों ने उनकी अपहरण कर हत्या कर दी। अपहरण में इस्तेमाल की गई कार सीज कर दी गई है। मामले के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
बहुजन समाज पार्टी ने हत्याकांड की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। पार्टी का कहना है कि पत्रकार ने रेत माफिया की गतिविधियों का खुलासा किया था। इसलिए उनके परिवार को परेशान किया जा रहा था। वहीं बालाघाट के पूर्व विधायक किशोर समरिते का आरोप है कि संदीप को 12 से अधिक आपराधिक मामलों में फंसाया गया था। उन्होंने कहा कि संदीप ने संगठित अपराध में लिप्त मैगनीज और रेत माफिया तथा ताकतवर लोगों के खिलाफ आवाज उठाई थी। उसने ऐसे लोगों के विरुद्ध खबर लिखने के साथ केस भी दर्ज कराया था।