'दोगुना हो MPs का वेतन, पूर्व सांसदों की बढ़ाओ पेंशन'
नई दिल्ली:- संसद की एक संयुक्त समिति ने सरकार से की गई अनुशंसा में सरकारी कर्मचारियों के वेतन आयोग की तरह ही सांसदों के वेतन में भी समय-समय पर बढ़ोतरी के लिए ऑटोमैटिक पे रिविजन तंत्र बनाने का प्रस्ताव रखा है। इस समिति का यह भी प्रस्ताव है कि सांसदों का वेतन दोगुना किया जाए और पूर्व सांसदों की पेंशन में 75 फीसदी का इजाफा। अभी सांसदों का वेतन 50,000 रूपए महीना है। समिति ने यह भी कहा है कि सत्र के दौरान सदन में मौजूद रहने के लिए सांसदों को हर रोज मिलने वाले 2,000 रूपये के भत्ते में भी उचित बढ़ोतरी होनी चाहिए।
35 हजार रूपये हो पेंशन
सूत्रों के अनुसार भाजपा सांसद योगी आदित्य नाथ की अगुवाई वाली इस संसदीय समिति ने यह भी प्रस्ताव रखा है कि पूर्व सांसदों को साल में 20 से 25 मुफ्त घरेलू हवाई यात्रा करने की छूट मिलनी चाहिए। साथ ही उनकी पेंशन हर महीने 20,000 रूपए से बढ़ाकर 35,000 रूपए कर दी जानी चाहिए। सूत्रों के अनुसार समिति ने करीब 60 अनुशंसाएं की हैं।
2010 में बढ़ी थी सांसदों की सैलरी
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2010 में ही सांसदों के वेतन में आखिरी बार इजाफा हुआ है। इस बारे में भाजपा के एक सांसद का कहना है कि वेतन में इजाफा जरूरी है। निर्वाचन क्षेत्र से आने वाले मेहमानों के सिर्फ चाय देने में रोजाना करीब 1,000 रूपए खर्च हो जाते हैं।
पोते-पोतियों को भी मिले स्वास्थ्य योजना
समिति ने यह भी सुझाव दिया है कि हरेक सांसद को निजी सचिव जैसे अपने सहयोगियों के लिए एक अतिरिक्त एसी फर्स्ट क्लास रेलवे पास मिलना चाहिए। अभी यह सुविधा सिर्फ सांसद के साथ पति/पत्नी को ही है। सूत्रों के मुताबिक समिति हवाई अड्डों पर सांसदों के लिए बेहतर सुविधाओं की वकालत की है। सिफारिशों में शामिल है कि केंद्र सरकार की स्वास्थ्य योजना के तहत सांसदों को जो लाभ मिलते हैं, उनमें सांसदों के बच्चों और पोते-पोतियों को भी शामिल किया जाए।