एक उपाय से देर तक उत्तेजित रह सकते हैं मर्द
अक्सर पुरुषों को जल्दी डिस्चार्ज होने की समस्या रहती हैं। लेकिन अब उनकी इस समस्या का समाधान भी मिल गया है। जी हां, एक नई रिसर्च ने इस समस्या का बहुत ही आसान उपाय खोज निकाला है। डेली मेल पर प्रकाशित खबर के मुताबिक, एक इटैलियन रिसर्च में पाया गया है कि इसके लिए पुरुषों को रोजाना 6 महीने तक मेहनत करनी होगी। इससे वे जल्दी डिस्चार्ज यानी प्रीमैच्योर इजेकुलेशन से बच सकते हैं।
रिसर्च के मुताबिक,40 फीसदी से अधिक पुरुष प्रीमैच्योर इजेकुलेशन की समस्या से गुजरते हैँ। इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ सेक्सुअल मेडिसिन की रिपोर्ट के मुताबिक, पुरुषों की लाइफ में एक ना एक बार ऐसा समय आता है जब वे एक मिनट के अंदर ही इजेकुलेट होने लगते हैं। ब्रिटीश रॉयल इन्फिरमरी के यूरोलॉजी नर्स कंसलटेंट वेंडी हर्न के मुताबिक, अधिकत्तर पुरुष तो इजेकुलेशन की प्रक्रिया को कंट्रोल भी नहीं कर पाते। कई पुरुषों की बेहद सेंसिटिव नर्व ही खत्म हो जाती है। बहरहाल, ऐसा होने का मुख्य कारण तनाव, काम का बोझ जैसी चीजें हो सकती हैं।
पेल्विक फ्लोर की एक्सरसाइज की मदद से इस समस्या को सुलझाया जा सकता है। खास तौर पर प्रोटेस्ट कैंसर का इलाज करवाने वाले लोगों के लिए। हालांकि पहले इस तरह के सर्वे में अस्थायी नपुंसकता पर टेस्ट किए गए थे लेकिन पहली बार लंबे समय तक नपुंसकता की समस्या से गुजरने वालों के लिए परीक्षण किया गया।
ये सर्वे 19 से 46 की उम्र के 40 लोगों पर किया गया। ये सभी लोग नपुंसकता की समस्या से गुजर रहे थे। इनकी कंडीशन सुधारने के लिए 12 सप्ताह तक इन्हें पेल्विक एक्सरसाइज के लिए ट्रेंड किया गया। 12 सप्ताह के अंतराल में इन लोगों का समय-समय पर ऑर्गेज्म भी मापा गया। इस ट्रायल के दौरान शुरूआत में औसतन इजेकुलेशन का समय 3. 17 सेकेंड नोट किया गया। लेकिन 12 सप्ताह की एक्सरसाइज के बार इस समय में काफी वृद्घि हुई जो बढ़कर 2 मिनट 26 सेकेंड तक पहुंच गया। यानी एक्सरसाइज के बाद 4 गुना वृद्घि हुई। 40 में से 33 लोगों की प्रीमैच्योर इजेकुलेशन की समस्या 12 सप्ताहों में काफी सुधर गई। केवल 5 पुरुषों में कोई खास सुधार नहीं आया। जबकि 2 ने थोड़े बहुत सुधार के बाद बीच में ही एक्सरसाइज करना छोड़ दिया। 33 मरीजों में से 13 ने इस ट्रायल को 6 महीने तक नियमित रखा। इन लोगों ने माना कि इनके लंबे समय तक उत्तेजित रहने का समय बढ़ गया है।
यूनिवर्सिटी ऑफ रोम की डॉ.एन्टोनियो पास्टोर ओर इस स्टडी की मुख्य प्रवक्ता का कहना था कि ये सिर्फ एक छोटी सी स्टडी है। लेकिन अभी इस स्टडी को बड़े स्तर पर ट्रायल करने की जरूरत है। ताकि और अच्छे परिणामों को खोजा जा सके। गौरतलब है कि स्टडी में भाग लेने वाले एक्सरसाइज से पहले कई तरह के ट्रीटमेंट ले रहे थे। साथ ही वे अलग-अलग तरह की क्रीम का इस्तेमाल करते थे, बिहेवियरल थेरपी ले रहे थे साथ ही एंटी डिप्रेशन और साइक्लोजीकल ट्रीटमेंट भी ले रहे थे जिसमें उन्हें ना के बराबर सफलता मिली थी। बहरहाल, स्टडी में पाया गया कि 40 में से 33 लोगों को इस स्टडी को बहुत फायदा हुआ और उन्होंने 12 सप्ताहों में इजेकुलेशन टाइम बढ़वा लिया था।
सर्वे ये भी पाया कि गया यदि पुरुष अपना आत्मविश्वास बनाए रखें और अपनी सेक्स लाइफ इंप्रूव करने में थोड़ी सी मेहनत करें तो वे निश्चित रूप से प्रीमैच्योर इजेकुलेशन की समस्या से बच सकते हैँ। इस स्टडी के परिणाम स्वरूप पेल्विक एक्सरसाइज करने का कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होगा और इसका साइक्लोजीकल भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इस स्टडी को स्टॉकहोम यूरोलोजी की यूरोपीयन कॉन्फ्रेंस में पेश किया गया। प्रोफेसर कारलो ने यूरोलॉजी के यूरोपियन एसोसिएशन को बताया कि ये एक बेहद रोचक स्टडी है। आज के समय में पुरुषों के लिए प्रीमैच्योर इजेकुलेशन यानी समय से पहले डिस्चार्ज होने की समस्या बहुत बढ़ गई है। इस समस्या के निदान का कोई भी रास्ता इस समस्या को दूर करने में मदद ही करेगा।