लड़ाकू विमान तेजस में राजनाथ ने भरी उड़ान, ऐसा करने वाले पहले रक्षा मंत्री
कर्नाटक के बेंगलुरु में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्वदेशी लड़ाकू विमान 'तेजस' में उड़ान भरी. पहली बार देश के रक्षा मंत्री ने स्वदेशी लड़ाकू विमान 'तेजस' में उड़ान भरी. राजनाथ सिंह करीब आधे घंटे तेजस विमान में ही रहेंगे. 3 साल पहले ही तेजस को वायु सेना में शामिल किया गया था. अब तेजस का अपग्रेड वर्जन भी आने वाला है.
बता दें कि तेजस हल्का लड़ाकू विमान है, जिसे हिंदुस्तान एरोनोटिक्स लिमिटेड (HAL) ने तैयार किया है. 83 तेजस विमानों के लिए एचएएल को करीब 45 हजार करोड़ रुपए मिलेंगे.
तेजस में रक्षा मंत्री की यह उड़ान उस वक्त होने जा रही है जब HAL को देश में बनाए जाने वाले 83 एलसीए मार्क 1ए विमान के निर्माण के लिए 45 हजार करोड़ रुपये की परियोजना मिलने वाली है.
तेजस हवा से हवा में हवा से जमीन पर मिसाइल दाग सकता है. इसमें एंटीशिप मिसाइल, बम और रॉकेट भी लगाए जा सकते हैं. तेजस 42% कार्बन फाइबर, 43% एल्यूमीनियम एलॉय और टाइटेनियम से बनाया गया है. तेजस सिंगल सीटर पायलट वाला विमान है, लेकिन इसका ट्रेनर वेरिएंट 2 सीटर है.
तेजस एक बार में 54 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है. LCA तेजस को विकसित करने की कुल लागत 7 हजार करोड़ रुपए रही है. इसे भी पढ़ें: स्वदेशी तेजस के सामने फेल है PAK-चीन का थंडरबर्ड, 2222 किमी/घंटा है गति
सैन्य विमानन नियामक सेमिलैक से हल्के लड़ाकू विमान तेजस को फाइनल ऑपरेशनल क्लीयरेंस (एफओसी) मिल जाने के बाद सरकार के स्वामित्व वाले हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड ने भारतीय वायु सेना को इस साल के अंत तक 16 तेजस विमानों की आपूर्ति के लिए तैयारी बढ़ा दी है.
इसके बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 28 सितंबर को भारत के कीव-स्तर के विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य पर अरब सागर में पूरा दिन बिताएंगे. इससे पहले उसी दिन आईएनएस खंडेरी को नौसेना में शामिल किया जाएगा.
नौसेना के उप प्रमुख वाइस एडमिरल जी. अशोक कुमार ने मंगलवार को यह जानकारी दी. INS खंडेरी भारत की दूसरी स्कार्पियन-वर्ग की मारक पनडुब्बी है, जिसे पी-17 शिवालिक वर्ग के युद्धपोत के साथ नौसेना में शामिल किया जाएगा और 28 सितंबर को ही रक्षामंत्री विमान वाहक ड्राइडॉक की आधारशिला रखेंगे.