भाई पर आयकर विभाग के एक्शन से भड़कीं मायावती, कहा- सबकी जांच कराए सरकार
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने भाई और पार्टी उपाध्यक्ष आनंद कुमार पर आयकर विभाग की छापेमारी को राजनीति से प्रेरित कार्रवाई करार दिया है. मायावती ने शुक्रवार सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र की मोदी सरकार पर सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया.
मायावती ने कहा कि इस तरह का कदम उठाने से पहले बीजेपी को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए. बीजेपी नेताओं पर निशाना साधते हुए बसपा प्रमुख ने कहा कि अगर वे सोचते हैं कि वे बहुत ईमानदार हैं तो इसकी जांच होनी चाहिए कि राजनीति में आने से पहले उनके (बीजेपी नेताओं) परिवार की संपत्ति कितनी थी और वह संपत्ति अब कितनी है?
अपने भाई आनंद की बेनामी संपत्ति जब्त होने पर मायावती ने मोदी सरकार और बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि शोषितों वंचितों के आगे बढ़ने इन्हें तकलीक होती है. खुद को हरिशचंद्र मानने वाली बीजेपी बताए चुनाव के वक्त उनके पास 2 हजार करोड़ रुपये कहां से आए, ये बेनामी संपत्ति नहीं?
मायावती ने कहा कि मोदी-शाह की कंपनी से मेरा सवाल कि दफ्तर बनाने के लिए अरबों खरबों रुपये कहां से आए, क्या ये बेनामी नहीं? मायावती ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने वोट खरीद कर और ईवीएम के इस्तेमाल से सत्ता हासिल की है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता राजनीति में आने से पहले और अब की मौजूदा संपत्ति का आंकड़ा दें. मायावती ने लोगों से अपील की कि मेरे भाई पर कार्रवाई से डरने की जरूरत नहीं, अपने कारोबार पर ध्यान दें. RSS-BJP की कंपनी से घबराने की जरूरत नहीं.
बीजेपी पर सीधे हमला करते हुए मायावती ने कहा कि बीजेपी को वंचितों को आगे बढ़ने से तकलीफ होती है. बीजेपी को अपनी ओर भी झांककर देखना चाहिए. चुनाव के दौरान 2000 करोड़ से ज्यादा बीजेपी के खाते में आए लेकिन इसका अब तक खुलासा नहीं हुआ. इसकी भी जांच होनी चाहिए.
बता दें कि आयकर विभाग ने मायावती के भाई और पार्टी उपाध्यक्ष आनंद कुमार के 400 करोड़ रुपये के एक बेनामी प्लॉट को जब्त किया है. यह प्लॉट दिल्ली से सटे नोएडा में है.
आयकर विभाग आनंद कुमार की संपत्ति की जांच कर रहा है. आयकर विभाग को इस जांच में पता चला कि आनंद कुमार के पास नोएडा में 28328 स्क्वायर मीटर का एक बेनामी प्लॉट है. सात एकड़ में फैले इस प्लॉट की कीमत करीब 400 करोड़ रुपये है.
आनंद कुमार और उनकी पत्नी विचित्र लता के इस बेनामी प्लॉट को जब्त करने का आदेश 16 जुलाई को विभाग की दिल्ली स्थित बेनामी निषेध इकाई (बीपीयू) ने जारी किया था. इसके बाद 18 जुलाई को आयकर विभाग ने प्लॉट को जब्त कर लिया है.