पाकिस्तानी विमानों द्वारा भारतीय वायुसीमा के उल्लंघन करने के दौरान वीरता का प्रदर्शन करने वाले विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान ने लौटा दिया है. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान शांति का राग अलाप रहे हैं, लेकिन बॉर्डर पर लगातार गोलाबारी जारी है. पुलवामा के आतंकी हमले के दोषियों पर कार्रवाई के बिना और पाकिस्तान की जमीन से चल रहे आतंकी गतिविधियों पर लगाम कसे बगैर इमरान के शांति बात बेईमानी है. ऐसे पांच कदम हैं जिन पर पाकिस्तान के लगाम कसे बिना बात नहीं बनेगी.
पुलवामा के दोषियों को सौंपे
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले में पाकिस्तान आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ शामिल था. भारत ने इस हमले के सबूत भी पाकिस्तान को सौंपा है. इसके बावजूद पाकिस्तान ने पुलवामा हमले के दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है और नहीं उन्हें भारत सौंपने को राजी है. इतना ही नहीं पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस आतंकी हमले की निंदा तक नहीं कर सके हैं.
पाकिस्तान में बैठे आतंकियों पर लगाम लगे
पाकिस्तान मसूद अजहर, हाफिज सईद और सैय्यद सलाउद्दीन जैसे आतंकियों को पाल रखा है. ये आतंकी भारत को अस्थिर करने के लिए लगातार कायराना हरकत करते रहते हैं. पाकिस्तान में इन आतंकी सरगनाओं के ट्रेनिंग कैंप भी चल रहे हैं, जिसमें वो कश्मीर के युवाओं को आतंकी हमलों के लिए प्रशिक्षण देते हैं. पाकिस्तान में मौजूदा समय में करीब 18 आतंकी संगठन चल रहे हैं, जिनके सरगना भारत में दहशतगर्दी फैलाने की बात खुले तौर पर अपनी रैलियों में करते रहते हैं. इन आतंकियों को लेकर भारत कई बार अंतरराष्ट्रीय और पाकिस्तान के सामने रख चुका है. ऐसे में इन आतंकियों पर लगाम लगाए शांति की बात कैसे की जाएगी.
बॉर्डर पर पाक की ओर से शेलिंग रुके
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान लगातार शांति का राग अलाप रहे हैं, लेकिन LoC पर पाक की ओर से लगातार गोलाबारी जारी है. पाकिस्तानी फौज लगातार सरहद पर सीजफायर तोड़ रही है. पाकिस्तानी सेना ने राजौरी, मेंढर और कृष्णा घाटी इलाके में मोर्टार और छोटे हथियार से फायरिंग की जा रही है. इसके अलावा अखनूर में भी फायरिंग की है. LoC पर लगातार पाकिस्तान गोलाबारी कर रहा है. हालांकि पाकिस्तान की फायरिंग का भारतीय सुरक्षा बल मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं. लेकिन इन सबके बीच पाकिस्तान के साथ शांति की बात कैसे की जा सकती है.
कश्मीर में अलगाववाद को मदद बंद करे
कश्मीर में अलगाववादियों को पाकिस्तान की ओर से लगातार मदद की जा रही है. इतना ही नहीं अलगाववादियों को आतंकी हमले के लिए ट्रेनिंग और फंडिग पाकिस्तान कर रहा है. इसके अलावा पाकिस्तान में बैठे आतंकी सरगना कश्मीर युवाओं को बहला फुसला कर आतंकी हमले के लिए तैयार करने का काम करते हैं. इसके अलावा पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाकिस्तान सरकार कश्मीरी अलगाववादियों को हर तरह से मदद करने का काम करते हैं. अलगाववाद को पाकिस्तान से मिलने वाली मदद बंद किए बिना शांति की बात संभव नहीं है.
दाऊद जैसे भारत विरोधी तत्वों को सौंपे
मुंबई ब्लास्ट के मुख्य आरोपी दाऊद इब्राहीम जैसे भारत विरोधी तत्वों को पाकिस्तान ने अपने यहां पनाह दे रखा है. ये भारत विरोधी तत्व पाकिस्तान की जमीन से भारत के खिलाफ साजिश रचने का काम करते रहते हैं. ऐसे में दाऊद इब्राहीम जैसे भारत विरोधी तत्वों को सौंप बिना पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की शांति की बात छलावा नहीं तो क्या है.