चकराता: दो सप्ताह बाद भी चकराता क्षेत्र के बर्फबारी वाले गांवों में पेयजल समस्या बरकरार है। स्रोत में जमी बर्फ न पिघलने से छावनी बाजार में टैंकरों से जलापूर्ति की जा रही है। कई बार जल संस्थान, छावनी परिषद व सीपीडब्ल्यूडी से गुहार लगाने के बाद भी ग्रामीण इलाकों में पेयजल व्यवस्था सुचारु नहीं हो रही है। परेशान लोगों ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर व्यवस्था में सुधार कराने की मांग की है।
दो सप्ताह पहले चकराता क्षेत्र में हुई भारी बर्फबारी से दर्जनों गांव की पेयजल लाइनों में बर्फ जम गई। इस कारण क्षेत्र के छावनी बाजार, पुनिग, ठारठा, गोरछा, लोहारी, कुनवा, बैगी, भूट फनार, छजाड, बगूर, लेवरा, हरटाड, भटाड, डांडा, देऊ, डींडा, कावा ख्ेाडा, कथियान, बागणी, कोटी, कुनैन, सैज समेत दो दर्जन गांवों में पेयजल समस्या पैदा हो गई है। छावनी बाजार चकराता में टैंकरों से पानी की आपूर्ति की जा रही है। ग्रामीण इलाकों में जल संस्थान की ओर से दो सप्ताह बाद भी कोई ध्यान न देने से ग्रामीणों में रोष है। इस संबंध में ग्रामीण संजय चौहान, अर्जन चौहान, देवीराम, मेहर सिंह चौहान ने डीएम को पत्र भेजा है। उसमें पेयजल व्यवस्था सुचारु कराने की मांग की है।
दूसरी तरफ, छावनी बाजार चकराता में रहने वाली तीन हजार से ज्यादा की आबादी की समस्या बढ़ती जा रही है। दोनों लाइनों के स्रोतों पर बर्फ जमने से लाइन में पानी नहीं चल रहा है। छावनी बाजार निवासी विपिन रावत, पीडी जोशी, महेन्द्र जोशी, राम सिंह कहते हैं कि जैसे ही छावनी बाजार में पानी के टैंकर आ रहे हैं, लोगों की लाइन लग जाती है। टैंकरों से लोगों को प्रर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है।
***********
बर्फबारी होने के चलते लाइनों के स्रोत बर्फ से दबे हैं। साथ ही पाला पड़ने से लाइनों के स्रोतों से बर्फ हटाने में परेशानी हो रही है। संबंधित एई के मुख्यालय पर न रहने की शिकायत कई बार मिली है। उन्हें नियमित रहने के निर्देश दिए जाएंगें।
जीपी गैरोला अधिशासी अभियंता, जल संस्थान **********
छावनी बाजार के लिए बनी दोनों पेयजल लाइनों के स्रोतों में बर्फ जमने से समस्या बनी हुई है। इस कारण छावनी बाजार में टैंकरों से जलापूर्ति कराई जा रही है। जब तक लाइनों में प्रर्याप्त पानी नहीं चलेगा, तब तक टैंकरों से आपूर्ति कराई जाती रहेगी।
पंकज जैन,उपाध्यक्ष छावनी परिषद चकराता