अमरनाथ यात्रा पर बड़े हमले की तैयारी में आतंकी! मिलेगी तगड़ी सुरक्षा
खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली है कि पाकिस्तानी आतंकी अमरनाथ यात्रा के दौरान बड़े हमले की तैयारी कर रहे हैं. इस इनपुट के बाद अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई है. कई स्तरों की सुरक्षा व्यवस्था अपनाने के साथ ही सैटेलाइट से भी निगरानी रखने की योजना बनाई गई है.
गौरतलब है कि अमरनाथ यात्रा 28 जून से शुरू हो रही है. कश्मीर में रमजान के दौरान सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई को रोक दी थी. रमजान अब खत्म हो रहा है और शनिवार को ईद है. इसको देखते हुए गुरुवार को गृह मंत्रालय में एक बैठक हुई. इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार, 45 मिनट तक चली इस बैठक में इस पर कोई निर्णय नहीं हो पाया कि आतंकियों के खिलाफ ऑरपरेशन को शुरू किया जाए या नहीं. अब रमजान के बाद ही इस पर कोई निर्णय होगा.
सूत्रों के मुताबिक सरकार पर आरएसएस और बीजेपी का भी दबाव है, जो कभी यह नहीं चाहते थे कि ऑपरेशन को बंद किया जाए. रमजान के दौरान भी आतंकी गतिविधियां जारी रहीं.
कई स्तरों की सुरक्षा व्यवस्था
सेना, पुलिस और सीआरपीएफ, बीएसएफ के करीब 40 हजार जवानों के साथ कई स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के द्वारा अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को पुख्ता बनाया जाएगा. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, इस यात्रा के लिए लगातार दो सुरक्षा व्यवस्था समीक्षा बैठक में गृह मंत्रालय ने निर्णय लिया कि खतरे को देखते हुए जैमर, सीसीटीवी कैमरों, बुलेटप्रूफ बंकर, डॉग स्क्वॉड और क्विक रिएक्शन टीम का इस्तेमाल किया जाएगा. इस साल यात्रा में शामिल करीब 3 लाख यात्रियों पर नजर रखने के लिए सैटेलाइट का भी सहारा लिया जा सकता है.
गौरतलब है कि रमजान को देखते हुए 16 मई को केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ अभियान पर विराम लगा दिया था और कहा गया था कि यदि हालत ठीक रहे तो रमजान से आगे यह सीजफायर अमरनाथ यात्रा के दौरान भी जारी रह सकता है.
रमजान में सीज़फायर कितना सफल!
सरकार की ओर से कोशिश थी कि आतंकियों के खिलाफ सैन्य ऑपरेशन के दौरान नागरिकों को जो परेशानी होती है वह ना हो. इसलिए सीज़फायर लागू किया गया. लेकिन आतंकियों का इसपर कोई असर नहीं हुआ. सीजफायर के पहले ही दिन आतंकियों ने मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के घर के पास ही पुलिस टुकड़ी पर हमला किया था.