नई दिल्ली:- गांधी जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि उनका 'स्वच्छ भारत' अभियान पूरी तरह राष्ट्रभक्ति से प्रेरित है, इसमें किसी तरह की राजनीति नहीं है. उन्होंने कहा कि अभियान की कामयाबी के लिए जरूरी है कि इसे सियासत के चश्मे से नहीं देखा जाए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के राजपथ पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि बापू का स्वच्छ भारत का सपना अभी अधूरा है. उन्होंने कहा कि सभी देशवासी मिलकर बापू के इस सपने को पूरा करेंगे. प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैं जानता हूं कि इस अभियान इस आलोचना होगी, पर मुझे इसकी परवाह नहीं है. लोग तरह-तरह की बातें करेंगे, लेकिन देशवासियों को इससे घबराना नहीं है. हमें इस अभियान को मिल-जुलकर सफल बनान है.'
शौचालयों के अभाव का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में 60 फीसदी से ज्यादा लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं. उन्होंने कहा कि माताओं-बहनों को भी खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है, जो कि हमारे लिए कलंक की बात है. उन्होंने कहा कि इससे निजात पाने की जरूरत है. प्रधानमंत्री ने राजघाट पर मौजूद लोगों को सफाई और देशसेवा को लेकर शपथ दिलावाई. उन्होंने जो शपथ दिलावाई, वह इस तरह है:
'मैं गंदगी को दूर करके भारत माता की सेवा करूंगा. मैं शपथ लेता हूं कि मैं स्वयं स्वच्छता के प्रति सजग रहूंगा और उसके लिए समय दूंगा. हर वर्ष सौ घंटे, यानी हर सप्ताह दो घंटे श्रमदान करके स्वच्छता के इस संकल्प को पूरा करूंगा. मैं न गंदगी करूंगा, न किसी और को करने दूंगा. सबसे पहले मैं स्वयं, अपने परिवार से, अपने मोहल्ले से, अपने गांव से और अपने कार्यस्थल से इसकी शुरुआत करूंगा. मैं यह मानता हूं कि दुनिया के जो भी देश स्वच्छ दिखते हैं, उसका कारण यह है कि वहां के नागरिक गंदगी नहीं करते और न ही होने देते हैं. इस विचार के साथ मैं गांव-गांव और गली-गली स्वच्छ भारत मिशन का प्रचार करूंगा. मैं आज जो शपथ ले रहा हूं, वह अन्य सौ व्यक्तियों से भी करवाऊंगा. वे भी मेरी तरह सफाई के लिए सौ घंटे दें, इसके लिए प्रयास करूंगा. मुझे मालूम है कि सफाई की तरफ बढ़ाया गया एक कदम पूरे भारत को स्वच्छ बनाने में मदद करेगा.'
दिल्ली में राजपथ पर प्रधानमंत्री मोदी ने महात्मा गांधी और लालबहादुर शास्त्री का नाम लेकर 'अमर रहें' का नारा लगाया. प्रधानमंत्री ने राजपथ पर 'स्वच्छ भारत' अभियान के तहत ‘वाकेथन’ को झंडी दिखाई. मोदी सरकार के इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम की शुरुआत के मौके पर गणतंत्र दिवस की तरह ही जमीन से आसमान तक सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की गई.
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली की वाल्मीकि बस्ती में अपने हाथों से झाड़ू लगाकर 'स्वच्छ भारत' अभियान की शुरुआत की. इस तरह उन्होंने देशभर में साफ-सफाई का संदेश दिया. वाल्मीकि बस्ती में नरेंद्र मोदी ने स्कूल छात्रों को ऑटोग्राफ भी दिया. वाल्मीकि बस्ती जाने के दौरान प्रधानमंत्री ने मंदिर मार्ग थाने का औचक निरीक्षण किया. वहां उन्होंने थाने के कैंपस में साफ-सफाई का भी जायजा लिया.
अमेरिका से यादों, वादों और करारों का पिटारा लेकर लौटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार सुबह राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और शीला दीक्षित भी राजघाट पर मौजूद थे. मोदी मनमोहन सिंह के बगल में ही बैठ गए. गांधी को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि देने विजय घाट पहुंचे.
स्वच्छता को राष्ट्रीय जुनून बनाएं: राष्ट्रपति
दूसरी ओर, राष्ट्रपति के प्रेस सचिव वेणु राजामोनी ने बताया कि राष्ट्रपति की सचिव ओमिता पॉल सचिवालय और संबद्ध कार्यालयों के सभी अधिकारियों को, प्रेसिडेंट्स एस्टेट के निवासियों और डॉ. राजेन्द्र प्रसाद सर्वोदय विद्यालय के शिक्षकों और छात्रों को ‘स्वच्छता शपथ’ दिलाएंगे और इससे दिन के कार्यक्रम का आरंभ होगा. इस बीच, गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देश के लोगों से अपील की कि स्वच्छता को राष्ट्रीय जुनून बनाएं और सुनिश्चित करें कि देश का कोना-कोना साफ रहे. राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा, 'राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती हम सभी के लिए अवसर है कि हम बापूजी के सत्य, अहिंसा और सर्वांगीण विकास के लिए खुद को प्रतिबद्ध करें.' देश में केंद्र सरकार के करीब 30.98 लाख कर्मचारी हैं. केंद्र सरकार के हर विभाग ने अपने कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाने की योजना बनाई है. इसके अलावा राज्य सरकार के लाखों कर्मचारियों को इस व्यापक अभियान का हिस्सा बनने के लिए कहा गया है.
सभी विभागों को लिखा गया पत्र
कैबिनेट सचिव अजित सेठ ने सभी विभागों के सचिवों को पत्र लिखकर कहा है, 'इस प्रकार के बड़े अभियान को सफल बनाने के लिए, बड़े पैमाने पर जागरुकता फैलाने और साथ ही यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि घरों, सरकारी कार्यालयों, स्कूलों, अस्पतालों, कार्यस्थलों, गलियों, सड़कों, बाजारों, रेलवे स्टेशनों, बस टर्मिनलों, प्रतिमाओं, स्मारकों, नदियों, झीलों, तालाबों, पार्कों और अन्य सार्वजनिक स्थलों की सफाई में लोगों की भागीदारी हो.'
देश की सोच और दिशा
इंदौर से मिली एक रिपोर्ट के मुताबिक ‘स्वच्छ भारत अभियान’ को महत्वपूर्ण पहल करार देते हुए बापू की पोती सुमित्रा गांधी कुलकर्णी ने बुधवार को कहा कि यह महत्वाकांक्षी मुहिम बताती है कि देश की सोच किस ओर जा रही है. महात्मा गांधी के पुत्र रामदास की पुत्री सुमित्रा ने बताया, ‘देश में सरकार के स्तर पर सफाई के अभियान की शुरुआत बेहद महत्वपूर्ण पहल है. यह अभियान इंगित कर रहा है कि देश की सोच किस दिशा में जा रही है'.
पहले साफ-सफाई, फिर इलेक्शन की लड़ाई
अमेरिका में प्रवासी भारतीयों का अपार प्यार पाकर लौटै प्रधानमंत्री स्वच्छता अभियान के बाद चुनाव प्रचार अभियान में वोटरों का प्यार पाने में जुट जाएंगे. लोकसभा में शानदार जीत के बाद उप चुनावों में मिली हार के साए में हो रहे महाराष्ट्र और हरियाणा के विधानसभा चुनाव मोदी के लिए लिटमस टेस्ट है.