सिराज ने हरी पिच पर दिखाया दांव, भारत बनाम वेस्ट इंडीज टेस्ट में शानदार 4 विकेट

जब मोहम्मद सिराज, द्रिड़ गेंदबाज़ भारत क्रिकेट टीम ने 2 अक्टूबर 2025 को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भारत बनाम वेस्ट इंडीज प्रथम टेस्टअहमदाबाद के पहले दिवसीय खेल में चार विकेट लेकर मैदान में चमक बिखेर दी, तो दर्शकों में ज़ोरदार तालियों की गड़गड़ाहट सुनाई दी।
पिच की अनोखी परिस्थिति और सिराज की तैयारी
भारत में आम तौर पर टेस्ट पिच धूल‑और‑स्पिन के पक्ष में होती है, पर इस बार हरी पिच ने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। टीम कोच ने पहले से ही बताया था कि ग्रास की लहरें तेज़ गेंदबाज़ों के लिये सहजता से सहायता कर सकती हैं। सिराज ने इस बात को लेकर कहा, "मैं इस तरह की पिच पर गेंदबाज़ी करने को लेकर बहुत उत्साहित था, भारत में इससे कम ही मिलता है।"
वहीं, वेस्ट इंडीज क्रिकेट टीम के कप्तान ने पिच को "सीमित मददगार" बता कर अपने बैटर्स को सतर्क रहने की सलाह दी। फिर भी, वे भारतीय गेंदबाज़ी की तीव्रता से अनभिज्ञ नहीं थे; उनकी पिछले दौर की समस्याएँ अक्सर तेज़ गति और हिलते हुए बॉल से जुड़ी रहती हैं।
पहले दिन की प्रमुख घटनाएँ
पहली पारी में सिराज ने वेस्ट इंडीज की शीर्ष क्रम को ध्वस्त कर दिया। उन्होंने पहले छह गेंदों में दो विकेट लिए, फिर लगातार दो ओवर में दो और विकेट लेकर टीम को 162 सभी आउट पर पहुंचा दिया। उनका प्रमुख औज़ार "वॉब्बल सीम" था, जो हरी पिच पर बॉल को लफ़्ज़ी ढंग से हिलाता था।
छठा विकेट तब आया जब ऑन‑फ़ील्ड अम्पायर रिचर्ड इल्लिंगवर्थ ने जस्टिन ग्रीव्स को लेग‑बाय‑ऑफ़ में आउट कर दिया। लेकिन ग्रीव्स ने डीएसटी के माध्यम से रिव्यू किया और निर्णय उल्टा हो गया। इससे सिराज को घर पर पहला पाँच‑विकेट लेना लगभग हाथ से निकल गया।
सिराज ने निराशा नहीं दिखायी; उन्होंने कहा, "यह पिच हमें बहुत कुछ दे रही है, मैं बस अपनी बॉल को सही जगह ले जाना चाहता हूँ।" उनका यह सकारात्मक रवैया टीम के बाकी सदस्यों में भी झलका, जिससे भारतीय पिच में आगे की रणनीति बन गई।
वेस्ट इंडीज की हार के प्रमुख कारण
पिच की गति और ग्रास के कारण बॉल में अतिरिक्त शहरी (seam) और स्विंग आया, जिससे वेस्ट इंडीज के बटर्स को समायोजन में कठिनाई हुई। उनकी अनुभवी बटर्स, जैसे एलन नेविल्स, ने भी कम गति से बॉल डिलीवर की, जिससे वे भारतीय बॉलरों के सामने कमज़ोर पड़े।
- हर ओवर में औसत रन+6, जिससे दबाव बना रहा।
- सिराज की वॉब्बल सीम ने बॉल को टेढ़ा‑मेढ़ा बना दिया।
- पर्याप्त ग्रास के कारण स्पिनर को बहुत कम मदद मिली।
कुल मिलाकर, वेस्ट इंडीज ने गेंदबाज़ी के साथ साथ अपने बल्लेबाज़ी में भी लचीलापन नहीं दिखाया, परिणामस्वरूप 162 सभी आउट पर समाप्त हुआ।

भारत की प्रतिक्रिया और बैटिंग का प्रदर्शन
भारतीय बैटिंग यूनिट ने इस मजबूत गेंदबाज़ी के बाद तेज़ी से रफ़्तार पकड़ी। केएल राहुल ने 45 रन बनाए और साझेदारी को स्थिर किया, जबकि रोहित शॉ ने 33 रन खोले। दो वीककेट्स पर स्टंप्स पर 121/2 का स्कोर बोर्ड पर आया, जिससे भारत ने पहले दिन को जीत की मजबूत स्थिति में समाप्त किया।
कप्तान रहुल द्रविड़ ने टीम को कहा, "सिराज और हमारी तेज़ गेंदबाज़ी ने बहुत अच्छा काम किया, अब हमें बैट्स को भी वही जोश दिखाना है।" बॉलिंग विभाग की प्रशंसा में भारत के क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के प्रवक्ता ने कहा, "ऐसे हरे पिच पर घर पर पाँच‑विकेट लेना सिराज के लिये एक बड़ी उपलब्धि होगी, और हमें उम्मीद है कि यह क्रम जारी रहेगा।"
भविष्य की संभावनाएँ और विशेषज्ञों की राय
विश्लेषकों का मानना है कि यदि इस तरह की पिच लगातार बनी रहे तो भारतीय टीम के तेज़ गेंदबाज़ों को फिर से अंतरराष्ट्रीय मंच पर नज़र आएगी। क्रिकेट विशेषज्ञ अविनाश सिंग ने कहा, "सिराज ने यदि इस सत्र में अपने घर पर पाँच‑विकेट हासिल कर लिया, तो वह भारत के तेज़ गेंदबाज़ी विभाग के पुनरुत्थान का प्रतीक बन जाएगा।"
दूसरी ओर, वेस्ट इंडीज के कोच ने बताया कि वे अधिक समय तक पिच की ग्रास को समझने की कोशिश करेंगे, जिससे भविष्य की पारी में सुधार संभव हो सकेगा। इस बीच, दोनों टीमों को अगले टेस्ट में भी इसी प्रकार की ग्रास‑टॉप पिच मिलने की उम्मीद है, जिससे रणनीति में बदलाव आ सकता है।

मुख्य तथ्य
- तारीख: 2 अक्टूबर 2025
- स्थान: नरेंद्र मोदी स्टेडियम, अहमदाबाद
- सिराज के अभिलेख: 4 विकेट/40 रन
- वेस्ट इंडीज का स्कोर: 162 सभी आउट
- भारत का डे‑स्कोर: 121/2 (केएल राहुल 45*)
Frequently Asked Questions
सिराज ने पहली पारी में क्यों इतना प्रभावी प्रदर्शन किया?
हरी पिच पर ग्रास की मौजूदगी ने बॉल को अतिरिक्त सीम और स्विंग देने में मदद की, जिससे सिराज की वॉब्बल सीम पर बहुत असर पड़ा। इसके अलावा, उन्होंने पहले से ही इस पिच के लिये विशेष प्रशिक्षण किया था, इसलिए उनका संतुलित रन‑रूप और लाइन ने वेस्ट इंडीज के बैटर्स को असहज बना दिया।
क्या भारत में आगे भी ऐसी हरी पिचें दिखाई देंगी?
क्रिकेट बोर्ड ने कहा है कि यह पिच प्रयोगात्मक रूप से तैयार की गई थी, ताकि तेज़ गेंदबाज़ी को भी मदद मिल सके। इसलिए आगामी टेस्टों में भी इस तरह की पिच का उपयोग संभावित है, खासकर यदि बोर्ड को लगता है कि बैटिंग‑बॉलिंग संतुलन बेहतर रहेगा।
वेस्ट इंडीज को इस पिच पर क्या बदलाव करना चाहिए था?
स्पिनर को अधिक सहायता नहीं मिली, इसलिए उन्हें पैर-पॉलिश (पूर्व‑शॉट) और फॉरवर्ड डिफेंस पर अधिक ध्यान देना चाहिए था। साथ ही, तेज़ गेंदबाज़ों को बॉल को थोड़ा साइड‑एंगल पर लाने की कोशिश करनी चाहिए थी, जिससे उनकी शॉट‑सिलेक्शन सीमित हो सके।
क्या सिराज के पाँच‑विकेट का रिकॉर्ड अब भी अनसुलझा रहेगा?
वर्तमान में सिराज ने भारत में कभी पाँच‑विकेट नहीं लिया है; सभी पाँच‑विकेट उनके विदेशी टूर में हुए हैं। यदि वह अगली पारी में यह मुकाम हासिल कर लेते हैं, तो यह भारतीय पिचों पर उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियों में एक नया अध्याय जोड़ देगा।