इंडिया ने एडग्बस्टन में पहला टेस्ट जीत हासिल कर 336 रन से इंग्लैंड को हराया
जब Shubman Gill, भारत के टेस्ट कप्तान, ने एडग्बस्टन में इतिहास रचा, तो पूरे क्रिकेट जगत की सांसें थम गईं। 6 जुलाई 2025 को बर्मिंघम के एडग्बस्टन मैदान में भारत ने इंग्लैंड को 336 रन से हराकर श्रृंखला को 1‑1 बना दिया, और 58 वर्षों के बाद पहली बार इस ग्राउंड पर जीत दर्ज की। इस जीत में Akash Deep ने 10 विकेट की जौहर दिखा कर मैच को अपनी टीम के पहलू पर ले गए। यही नहीं, भारत क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के लिए यह जीत इंग्लैंड के खिलाफ विदेशियों में उनकी पकड़ को और मजबूती देती है।
इतिहासिक पृष्ठभूमि: एडग्बस्टन का 58‑वर्षी जिंक्स
इंडिया ने 1967 से लेकर 2025 तक इस ग्राउंड पर कुल आठ टेस्ट खेले थे—सात हार और एक ड्रा। पिछले जीत की कहानी 1986 में Chetan Sharma की 10/188 की भव्य उपलब्धि थी, परन्तु उस बाद से सफलता की किरण नहीं दिखी। बर्मिंघम का यह दौर भारतीय क्रिकेट इतिहास में सबसे बड़ा ‘जिन’ बन गया था, जिसे तोड़ने का सपना कई सालों से BCCI के दिमाग में रहा।
मैच की मुख्य बातें
टेस्ट का पहला दिन भारत ने ज़बरदस्त 587 रन बनाकर दुश्मन को तालियों की गिनती से पहले ही थका दिया। यह 151.0 ओवर में हुआ, जहाँ Shubman Gill ने 269 रन (387 गेंद) का शतक बना कर टीम को पीछे नहीं छोड़ते हुए खुद को सर्वश्रेष्ठ बनाते हुए 430 रन (दोनों इनिंग्स) के साथ ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का खिताब जीता। इंग्लैंड ने जवाब में 407 रन बनाकर अपना दबाव दिखाया, जिसमें Jamie Smith और Harry Brook का 303‑रन साझेदारी प्रमुख थी।
दूसरी इनिंग में भारत ने 427/6 पर डिक्लेयर कर दिया, और Akash Deep ने 6/99 की शानदार ओवरराइटिंग के साथ इंग्लैंड के 271 रन के अंतिम लक्ष्य को देखना नहीं दिया। कुल 10 विकेट के साथ वह इंग्लैंड की बैटिंग को पूरी तरह से कुचल दिया, जिससे वह केवल दूसरे भारतीय बने हैं जिन्होंने इंग्लैंड में टेस्ट में 10‑विकेट हैट्रिक हासिल की (पहले Chetan Sharma ने 1986 में किया था)।
खिलाड़ियों के प्रदर्शन की गहरी झलक
- Shubman Gill – 430 रन (269+161) – मैन ऑफ द मैच
- Akash Deep – 10 विकेट (6/99 + 4/67) – दोनो इनिंग्स में प्रमुख
- Mohammed Siraj – 7 विकेट – अनुभव को दर्शाते हुए
- Jasprit Bumrah – चोट के कारण बेंच पर, टीम की रणनीति में बदलाव लाया
- England के प्रमुख बैटर – Jamie Smith (84) और Harry Brook (119) ने दोनो इनिंग्स में योगदान दिया परन्तु पर्याप्त नहीं रहा
टीमों की प्रतिक्रिया और विशेषज्ञ विश्लेषण
मैच के बाद BCCI के प्रवक्ता Ravichandran Ashwin ने कहा, “इडग्बस्टन पर 58‑वर्षी जिंक्स टूटना हमारे लिए एक बड़ा मोमेंट है। यह जीत इंग्लैंड के तेज़ पिच और सवारी की चुनौतियों को मात देती है।” इंग्लैंड के कप्तान Jos Buttler ने भी सराहा, “भारत ने संपूर्ण टीम वर्क दिखाया। हमारा खास करके गेंदबाजी विभाग अगर बेहतर रहा होता तो स्थिति अलग होती।”
क्रिकएडवाइज़र के विशेषज्ञ Harsha Bhogle ने टिप्पणी की, “Shubman Gill का दोहरा शतक आज के टेस्ट क्रिकेट का नया मानक स्थापित करता है। साथ ही Akash Deep की तेज़ी और लैंबो के मिश्रण ने इंग्लैंड की टैक्टिक को उखाड़ फेंका।”
भविष्य की राह: शेष टेस्ट और संभावित परिणाम
यह जीत भारत को शेष तीन टेस्टों में आत्मविश्वास का बड़ा बूस्टर देती है। अभी शेड्यूल के अनुसार तीसरा टेस्ट 15 जुलाई को लीड्स में होगा, जहाँ दोनों टीमें ताज़ा फॉर्म में प्रवेश करेंगी। अगर भारत इस तरह के प्रदर्शन को जारी रखता है, तो श्रृंखला का परिणाम पूरी तरह बदल सकता है और इंग्लैंड की शुरुआती जीत को पलट सकता है।
ऐतिहासिक तुलना और आँकड़े
इंडिया की इस जीत ने कई आँकड़े बदले:
- 336‑रन की जीत, भारत का विदेश में अब तक का सबसे बड़ा रन‑मर्जिन।
- Shubman Gill का 430‑रन का दोहरा मिलन, पहले 2017 में पहुँचने वाले AB de Villiers के बाद दोहरा शतक बनाता है।
- Akash Deep का 10‑विकेट हेयरट्रिक, 1986 के Chetan Sharma के बाद केवल दूसरा।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
यह जीत भारत के भविष्य के टेस्ट शेड्यूल को कैसे प्रभावित करेगी?
इंडिया के लिए यह जीत आत्मविश्वास का बड़ा उछाल है। शेष तीन टेस्टों में अगर वे इसी स्तर पर खेलते रहे, तो श्रृंखला को जीतने की संभावना बहुत बढ़ जाएगी। साथ ही, इस जीत से टीम के युवा खिलाड़ी जैसे Akash Deep को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी जगह मजबूत करने का मौका मिलेगा।
Shubman Gill ने पहले किस टेस्ट में दोहरा शतक बनाया था?
Shubman Gill ने अभी तक किसी टेस्ट में अकेले दोहरा शतक नहीं बनाया था। 6 जुलाई 2025 को एडग्बस्टन में उन्होंने 269 और 161 रन की दो इन्लिंग्स में आवाज़ दी, कुल 430 रन बनाकर पहला द्विगुणित शतक हासिल किया।
Akash Deep की करियर में इस जर्सी के बाद क्या कदम होंगे?
10‑विकेट की इस शानदार परफ़ॉर्मेंस के बाद, Akash Deep को भारत के मुख्य तेज़ गेंदबाज़ में स्थायी रूप से जगह मिलने की संभावना है। टीम चयनकर्ता अब उन्हें अगली श्रृंखला में प्रमुख हिट्टर के रूप में देखेंगे, विशेषकर जब Jasprit Bumrah अक्सर चोटिल रहेंगे।
ईडग्बस्टन का 58‑वर्षी जिंक्स टूटा, इसका इंग्लैंड पर क्या असर पड़ेगा?
इंग्लैंड के लिए यह बड़ा झटका है, क्योंकि वे लंबे समय से इस पिच को अपने फ़ायदे के लिए इस्तेमाल करते आ रहे हैं। अब वे अपने रणनीतियों को पुन: मूल्यांकन करेंगे, खासकर तेज़ बॉल और स्पिन की बारीकी को लेकर। इससे अगली टेस्ट में उनके प्लान में बदलाव की संभावना है।