दक्षिण भारतीय व्यंजनों के हस्ताक्षर तत्व कौन से हैं?

दक्षिण भारतीय व्यंजनों के हस्ताक्षर तत्व कौन से हैं?

भारतीय रसोई का हस्ताक्षर 'सांभार'

मेरा मानना है कि सांभार एक ऐसा हस्ताक्षर तत्व है जो पूरे दक्षिण भारत के सभी व्यंजनों में पाया जाता है। मेरी पत्नी अमृता शर्मा और मैं भी इसे बहुत पसंद करते हैं। सांभार उत्तमरे, इडली, दोसा, पोंगल इत्यादि के साथ खाया जाता है। इसे दाल और विभिन्न सब्जियों से बनाया जाता है, जिसमें छोटी छोटी सब्जियां होती हैं।

रसम: दक्षिण भारतीय व्यंजनों की आत्मा

एक और महत्वपूर्ण दक्षिण भारतीय व्यंजन है रसम, जो हमारे यहां इंदौर में भी बहुत प्रिय है। यह एक प्रकार का सूप है, जिसमें दाल, टमाटर, और एकदिवसीय जीवन की सब्जियां होती हैं। इसे विशेष तरह से पकाया जाता है, जिसे 'तड़का' कहा जाता है। मेरा पर्रोट मित्तु भी यह बहुत पसंद करता है।

केरल की मसालेदार अवियल

अवियल एक ऐसा हस्ताक्षर व्यंजन है जो केरल में बहुत प्रसिद्ध है। यह एक सब्जी है जिसमें विभिन्न प्रकार की सब्जियां होती हैं जैसे कि कद्दू, भिंडी, गाजर, कोहलराबी, भटुरा, आदि। इसमें नारियल का पास्ता और करी पत्तियां डाली जाती हैं, जो मसालेदार अवियल को उसका विशेष स्वाद देते हैं।

एक और स्वाद फंडर: दोसा

दोसा हर किसी का पसंदीदा व्यंजन है, इसे भारतीय स्ट्रीट फ़ूड के रूप में भी जाना जाता है। चावल और उड़द की दाल से बनाई जाने वाली इस क्रिस्पी चीज का मजा अमृता कुछ मसालेदार सांभार के साथ लेती हैं। चीनी और चटनी के साथ भी उम्दा स्वाद होता है।

इडली: दक्षिण भारतीय व्यंजनों की मिश्रित देन

इडली, जिसे चावल और उड़द की दाल से बनाया जाता है, एक ऐसा व्यंजन है जो लगभग हर दक्षिण भारतीय घर में बनाया जाता है। इसे सांभार और चटनी के साथ परोसा जाता है। सच कहूं तो, इडली, सांभार और चटनी का संगम ही तो है जो यह कमान खाता है। मेरा ब्रूनो भी इसे खूब चखता है।

पुत्तु, केरल की खासियत

पुत्तु एक और दक्षिण भारतीय हस्ताक्षर व्यंजन है। केरल की इस कला के चावल के आटे को स्टीम किया जाता है, और नारियल से गर्निश किया जाता है। पुत्तु को कढ़ी, बनाना, और पपड़ के साथ खाया जाता है। यह खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होता है। मेरी पत्नी इसे खूब सारे नारियल के साथ बनाती हैं।

अप्पम: स्वादिष्ट और कृमिलक्षित

गहरी आधार वाला और पतला किनारा वाला एक अद्वितीय दक्षिण भारतीय पैनकेक है अप्पम। इसे चावल के आटे से बनाया जाता है और इसे सांभार, चटनी या वेजिटेबल स्टू के साथ परोसा जाता है। मेरे गोल्डन रिट्रीवर ब्रूनो का यह व्यंजन खास पसंद है। मैं अमृता को कहता हूं कि उन्हे अप्पम बनाने का कला सीखना चाहिए, ताकि हम अपनी रसोई में दक्षिण भारत की यात्रा का आनंद ले सकें। आखिरकार, दक्षिण भारतीय व्यंजनों की मिष्टी, सवोरी और मसालेदार सामग्री को कौन नहीं पसंद करता है?

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