आशिष नेहरा का गुस्सा, साई किशोर की फील्डिंग गलती पर BCCI ने लगाया 25% फीस का जुर्माना

आशिष नेहरा का गुस्सा, साई किशोर की फील्डिंग गलती पर BCCI ने लगाया 25% फीस का जुर्माना

हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में आयोजित IPL 2025 के मैच में गुजरात टाइटंस के हेड कोच आशिष नेहरा ने एक फील्डिंग गलती पर इतना गुस्सा दिखाया कि वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया — और उसके बाद BCCI ने उन पर 25% मैच फीस का जुर्माना लगा दिया। घटना तब हुई जब टीम के लेफ्ट-आर्म फास्ट बॉलर साई किशोर ने एबिशेक शर्मा की गेंद को रोकने की कोशिश की, लेकिन गेंद उनके हाथों से फिसलकर बाउंड्री तक पहुंच गई। नेहरा, जो आमतौर पर शांत और विचारशील रहते हैं, उस पल लाल हो गए। उनका गुस्सा इतना जोरदार था कि उन्हें डगआउट से चिल्लाते हुए देखा गया — एक ऐसा दृश्य जिसे क्रिकेट प्रशंसकों ने अपने फोन पर रिकॉर्ड कर लिया और अगले दो घंटे में यूट्यूब पर 12 लाख से ज्यादा व्यूज हो गए।

क्या हुआ था उस पल?

हैदराबाद की बैटिंग के 17वें ओवर में, एबिशेक शर्मा ने एक धीमी गेंद को मिड-ऑन की ओर लगाया। साई किशोर, जो इस मैच में अपनी फील्डिंग के लिए जाने जाते थे, ने गेंद को रोकने के लिए एक लंबी लीप लगाई — लेकिन गेंद उनके दाहिने हाथ से फिसल गई। बॉल बाउंड्री तक पहुंच गया। नेहरा तुरंत उठ खड़े हुए, अपने हाथों से सिर पर लहराया, और चिल्लाए: “ये क्या हो रहा है? ये फील्डिंग क्या है?” वीडियो में उनकी आवाज़ तनाव से भरी हुई थी। उनका गुस्सा साई किशोर पर नहीं, बल्कि पूरी फील्डिंग योजना पर था। यह गलती सिर्फ चार रन की नहीं, बल्कि टीम के मूड और दबाव को बदल देने वाली थी।

BCCI की कार्रवाई: क्यों जुर्माना?

आईपीएल कोड ऑफ कंडक्ट के अनुसार, कोच के द्वारा खिलाड़ियों के साथ अनुचित व्यवहार, खासकर जब वह गेम के दौरान उन्हें शारीरिक या मानसिक रूप से दबाव डाले, उसे गंभीर उल्लंघन माना जाता है। BCCI ने आशिष नेहरा के खिलाफ एक डिसिप्लिनरी कमेटी बनाई, जिसने उनके व्यवहार को “अनुचित और खेल की आत्मा के खिलाफ” बताया। 25% मैच फीस का जुर्माना — लगभग ₹3.75 लाख — और एक डिमेरिट पॉइंट लगाया गया। यह जुर्माना सिर्फ नेहरा के लिए नहीं, बल्कि सभी कोचों के लिए एक संकेत था: “गुस्सा नियंत्रित रहे, वरना फीस भी चली जाएगी।” हार्दिक पंड्या और टीम को भी नोटिस दिया गया, लेकिन उन पर कोई अतिरिक्त कार्रवाई नहीं हुई।

साई किशोर कौन हैं जिन पर गुस्सा आया?

साई किशोर, 28 साल के इस तमिलनाडु के लेफ्ट-आर्म स्पिनर, इस सीज़न में गुजरात टाइटंस के लिए 7 मैचों में 11 विकेट लेकर टीम के लिए अहम रहे हैं। उनकी फील्डिंग क्षमता पहले से ही सवालों का विषय रही है — लेकिन यह गलती उनके करियर की पहली बड़ी गलती थी। उन्होंने बाद में इंटरव्यू में कहा: “मैं जानता हूं मैंने गलती की। आशिष भैया का गुस्सा नहीं, बल्कि उनकी चिंता मेरे लिए एक शिक्षा है।” उनकी इस प्रतिक्रिया ने लोगों को उनकी परिपक्वता के लिए प्रशंसा की। नेहरा ने बाद में टीम के साथ बातचीत करते हुए कहा: “मैं खिलाड़ियों को नहीं, बल्कि उनकी जिम्मेदारी को नहीं भूलने दूंगा।”

क्या यह पहली बार है?

नहीं। नेहरा के गुस्से की यह दूसरी बड़ी घटना नहीं है। IPL 2023 में, उन्होंने एक ही मैच में दो बार डगआउट से चिल्लाया था — एक बार जब राहुल तेवातिया ने एक आसान कैच छोड़ दिया था, और दूसरी बार जब शेरफेन रुथरफोर्ड ने एक बाउंड्री को रोकने में देर की थी। IPL 2025 के एक अन्य मैच में, जब गुजरात टाइटंस ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ 5 विकेट 13 गेंदों में खो दिए, तो नेहरा ने डगआउट में अपना सिर हाथों में ले लिया। लेकिन इस बार, वीडियो वायरल हो गया। और BCCI ने उसे देख लिया।

इसका क्या असर होगा?

इसका क्या असर होगा?

इस घटना का असर सिर्फ एक जुर्माने तक सीमित नहीं है। अगले मैच में, नेहरा को बार-बार अपने व्यवहार के लिए पूछा जाएगा। टीम के युवा खिलाड़ियों पर दबाव बढ़ सकता है — वे अब डर से खेलने लगेंगे। एक प्रशिक्षक के रूप में नेहरा का नेतृत्व अब उनकी भावनाओं के बजाय उनकी विचारधारा से नहीं, बल्कि उनकी शांति से नापी जाएगी। एक पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी ने बताया: “कोच का गुस्सा टीम के लिए बिजली की तरह होता है — या तो जलाता है, या जगाता है। आशिष ने इस बार जला दिया।”

अगले कदम क्या होंगे?

BCCI ने अब टीम कोचों के लिए एक नया “एमोशनल कंट्रोल वर्कशॉप” शुरू करने की योजना बनाई है। इसमें मानसिक स्वास्थ्य सलाहकार शामिल होंगे। गुजरात टाइटंस के प्रबंधन ने घोषणा की है कि वे नेहरा के साथ एक बैक-चैनल सत्र आयोजित करेंगे — जहां खिलाड़ियों को उनकी भावनाओं के बारे में बताने का मौका दिया जाएगा। नेहरा ने इसे स्वीकार कर लिया है। अगले दो मैचों में उनका व्यवहार टीम के लिए एक टेस्ट होगा — क्या वे शांत रह सकते हैं, या फिर गुस्सा फिर से उन्हें नियंत्रित कर लेगा?

पृष्ठभूमि: आशिष नेहरा का क्रिकेट इतिहास

आशिष नेहरा ने 1997 से 2017 तक भारत के लिए 304 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। उन्हें अपनी गेंदबाजी के लिए नहीं, बल्कि उनकी चालाकी और अंतिम ओवरों में शांति के लिए याद किया जाता है। उन्होंने 2007 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक अद्भुत ओवर फेंका — जिसमें चार विकेट लिए। लेकिन जब वे कोच बने, तो उनकी शांति बदल गई। उनके लिए हर रन एक अपराध है। हर गलती एक अपमान। और अब, उनके गुस्से की कीमत भी बढ़ गई है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

आशिष नेहरा को क्यों जुर्माना लगा?

BCCI ने आशिष नेहरा को आईपीएल कोड ऑफ कंडक्ट के उल्लंघन के कारण 25% मैच फीस का जुर्माना लगाया, क्योंकि वे खेल के दौरान खिलाड़ियों के साथ अनुचित तरीके से व्यवहार कर रहे थे। उनका गुस्सा वीडियो में दिखाई दिया, जिसमें उन्होंने साई किशोर की फील्डिंग गलती के बाद चिल्लाया। इसे टीम के मनोबल और खेल की नैतिकता के लिए खतरा माना गया।

साई किशोर कौन हैं और उनकी फील्डिंग कैसी है?

साई किशोर, 28 साल के तमिलनाडु के बाएं हाथ के स्पिनर, गुजरात टाइटंस के लिए इस सीज़न में 11 विकेट लेकर अहम भूमिका निभा रहे हैं। हालांकि उनकी बॉलिंग अच्छी है, लेकिन फील्डिंग में उनकी चलाकी कमजोर रही है। यह गलती उनकी पहली बड़ी फील्डिंग गलती थी, जिसने उनके विश्वास को झुका दिया।

क्या यह पहली बार है जब नेहरा गुस्से में आए?

नहीं। पिछले दो सीज़न में नेहरा ने कई बार डगआउट में गुस्सा दिखाया है — जैसे 2023 में राहुल तेवातिया के कैच छोड़ने पर और 2025 के मुंबई मैच में जब टीम ने आखिरी 13 गेंदों में 5 विकेट खो दिए। लेकिन यह पहली बार है जब वीडियो वायरल हुआ और BCCI ने आधिकारिक कार्रवाई की।

क्या इस घटना से आईपीएल में बदलाव आएगा?

हां। BCCI ने अगले सीज़न के लिए कोचों के लिए एमोशनल कंट्रोल वर्कशॉप शुरू करने की योजना बनाई है। इसमें मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ शामिल होंगे। यह एक नया ट्रेंड हो सकता है — जहां कोचों की भावनात्मक जिम्मेदारी को खेल के नियमों में शामिल किया जाए।

हार्दिक पंड्या और टीम को क्यों नोटिस दिया गया?

BCCI ने टीम के कप्तान हार्दिक पंड्या और पूरी टीम को नोटिस दिया क्योंकि एक कोच का गुस्सा टीम के व्यवहार का प्रतिबिंब होता है। इसका मतलब यह नहीं कि उन्होंने कुछ किया, बल्कि यह कि टीम का वातावरण इतना तनावपूर्ण है कि कोच भी नियंत्रण खो देता है। यह एक चेतावनी है।

क्या आशिष नेहरा अब भी गुजरात टाइटंस के कोच बने रहेंगे?

अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। टीम के प्रबंधन ने कहा है कि वे नेहरा के साथ एक बैक-चैनल सत्र करेंगे, जिसमें खिलाड़ियों को उनके व्यवहार के बारे में बताया जाएगा। अगर वे बदलाव दिखाते हैं, तो उनकी टीम में जगह बनी रहेगी। वरना, अगले सीज़न तक उन्हें बदल दिया जा सकता है।