भारतीय नागरिकता प्रमाणपत्र का प्राप्त करना भारत के नागरिकों के लिए आवश्यक है। ये शासन के अधिकारीयों के द्वारा नागरिकों को दी जाती है। इसे आप आधार कार्ड, राज्य सरकारी कागजात, राज्य सरकारी कार्ड या ऑनलाइन आवेदन के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं।
आधार कार्ड
आधार सिर्फ़ एक 12 अंकों का नंबर नहीं है, यह आपकी पहचान का सबसे आम दस्तावेज़ बन चुका है। अगर अभी भी आधार बनवाना, अपडेट करना या सुरक्षित रखना आपको उलझन में डालता है तो यह पेज सीधा और उपयोगी तरीका बताएगा—बिना फालतू बातें किए।
आवेदन कैसे करें और कौन-कौन से दस्तावेज चाहिए
आधार बनवाने के लिए नजदीकी आधार एनरोलमेंट सेंटर जाएँ। वहां आपकी फोटो, फ़िंगरप्रिंट और आइरिस जैसी बायोमैट्रिक जानकारी ली जाती है। आम तौर पर जो दस्तावेज़ चले जाते हैं वे हैं:
- Proof of Identity (POI): पैन, पासपोर्ट, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस आदि।
- Proof of Address (POA): बैंक स्टेटमेंट, राशन कार्ड, बिजली/गैस/फोन बिल, पासपोर्ट आदि।
- Proof of Date of Birth (DOB): जन्म प्रमाणपत्र, 10वीं मार्कशीट या पासपोर्ट।
बच्चों का और बुजुर्गों का प्रोसेस थोड़ा अलग हो सकता है—कई जगह वेरिफिकेशन में घरेलू दस्तावेज़ भी स्वीकार होते हैं। एनरोलमेंट के बाद आपको एक एनरोलमेंट आईडी मिलती है जिससे आप स्टेटस चेक कर सकते हैं।
आधार अपडेट और सामान्य समस्याएँ
नाम, पता या मोबाइल नंबर बदलना जरूरी हो सकता है। मोबाइल नंबर बदलने या जोड़ने के लिए अक्सर एनरोलमेंट सेंटर पर बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन चाहिए होता है। पता ऑनलाइन बदलना संभव होता है अगर आपके पास मान्य पता दस्तावेज़ और आधार से जुड़े मोबाइल पर OTP उपलब्ध हो।
कई लोगों को मिलने वाली सामान्य समस्याएँ और उनके समाधान:
- "आधार कार्ड खो गया" — e-Aadhaar डाउनलोड करें; इसके लिए आपके पास आधार नंबर या एनरोलमेंट आईडी होना चाहिए और PDF का पासवर्ड आपकी नाम की पहली चार अक्षर (CAPS) + जन्म वर्ष है।
- "एड्रेस अपडेट नहीं हो रहा" — सही तरह का POA अपलोड करें और यदि ऑनलाइन नहीं हो रहा तो नजदीकी सेंटर जाएँ।
- "मेरा मोबाइल लिंक नहीं है" — मोबाइल लिंक करने के लिए मूल पहचान दिखाकर आधार सेंटर जाएँ।
स्टेटस चेक करने, e-Aadhaar डाउनलोड करने या लॉक/अनलॉक जैसी सुविधाएँ UIDAI की सर्विसेज में उपलब्ध हैं—अगर आप ऑनलाइन कुछ करना चाहें तो पहले अपना आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर रखें।
कुछ सुरक्षा टिप्स भी जान लें: अपना आधार OTP किसी से साझा न करें। किसी अनजान वेबसाइट या ऐप पर आधार नंबर और बायोमेट्रिक शेयर न करें। अगर लगे कि कोई गलत इस्तेमाल हो रहा है तो अपने आधार को लॉक कर दें; फिंगरप्रिंट लॉक करना आसान है और जब भी जरूरत हो अनलॉक कर सकते हैं।
आखिर में बस इतना याद रखें: दस्तावेज़ तैयार रखें, आधिकारी केंद्र पर शांति से काम करवाएँ और किसी भी शक की स्थिति में तुरंत सर्विस सेंटर से मदद लें। आधार आपका निजी नंबर है—इसे सुरक्षित रखना आपकी जिम्मेदारी है।