सुषमा स्वराज के निधन पर भावुक हुए लालकृष्ण आडवाणी, बताया कैसे टीम में किया शामिल
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर हर कोई शोक व्यक्त कर रहा है. मंगलवार रात को हार्ट अटैक आने के बाद उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया. आज उनका अंतिम संस्कार होना है. भारतीय जनता पार्टी के लौहपुरुष और देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने भी एक बयान जारी कर शोक व्यक्त किया. आडवाणी ने लिखा कि सुषमा का निधन न सिर्फ देश बल्कि निजी तौर पर उनके लिए भी एक बड़ी क्षति है.
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का निधन, यहां दें श्रद्धांजलि
लालकृष्ण आडवाणी ने अपने बयान में लिखा कि सुषमा स्वराज के निधन की खबर से वह स्तब्ध हैं. सुषमा स्वराज एक ऐसी नेता थीं जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी की शुरुआत से ही उनके साथ काम किया था. 80 के दशक में जब मैं पार्टी का अध्यक्ष था तो सुषमा स्वराज एक युवा नेता के तौर पर उभर रही थीं और मैंने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया था.
आडवाणी ने आगे लिखा कि समय के साथ-साथ वह पार्टी में प्रमुख नेता बनती चली गईं और देश की महिलाओं के लिए रोल मॉडल भी बनीं. सुषमा स्वराज एक प्रखर वक्ता थीं, जो किसी भी बात को बेहतरीन तरीके से बताने की क्षमता रखती थीं.
बीजेपी के लौहपुरुष ने लिखा कि सुषमा स्वराज एक शानदार इंसान थीं. उन्होंने हर किसी का दिल जीता, हर साल मेरे जन्मदिन के अवसर पर वो मेरा फेवरेट चॉकलेट केक लाना नहीं भूलती थीं. सुषमा स्वराज का जाना देश और निजी तौर पर उनके लिए एक बड़ी क्षति है. इसी के साथ आडवाणी ने सुषमा स्वराज के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की.
आपको बता दें कि लालकृष्ण आडवाणी, अटल बिहारी वाजपेयी के साथ सुषमा स्वराज ने काफी लंबे समय तक काम किया था. उन्हें हमेशा आडवाणी कैंप का नेता माना जाता रहा. अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भी सुषमा स्वराज ने बतौर मंत्री काम किया और पार्टी का दिल जीता. ना सिर्फ सत्ता में रहते हुए बल्कि जब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार नहीं रही तब भी बतौर विपक्षी नेता सुषमा स्वराज सरकार पर हमलावर रहीं.